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गर्भावस्था में डायबिटीज़ के लक्षण कैसे पहचानें? जानें Gestational Diabetes के लक्षण, कारण, बचाव और इलाज – पूरी जानकारी हिंदी में।

प्रेगनेंसी में डायबिटीज़ के लक्षण: Gestational Diabetes को समय रहते कैसे पहचानें?

प्रेगनेंसी में डायबिटीज़ के लक्षण: Gestational Diabetes को समय रहते कैसे पहचानें?

गर्भावस्था एक महिला के जीवन का अनमोल समय होता है, लेकिन इस दौरान शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं जो कभी-कभी Gestational Diabetes जैसी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। यह एक प्रकार की डायबिटीज़ है जो पहली बार प्रेगनेंसी के दौरान होती है।

Gestational Diabetes क्या है?

Gestational Diabetes एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्भवती महिला के शरीर में ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक हो जाता है। यह आमतौर पर प्रेगनेंसी के दूसरे या तीसरे ट्राइमेस्टर में होता है।

प्रमुख लक्षण:

  • अत्यधिक प्यास लगना
  • बार-बार पेशाब आना
  • थकावट और ऊर्जा की कमी
  • धुंधली नजर
  • मुंह सूखना
  • भूख अधिक लगना

Gestational Diabetes के कारण

गर्भावस्था के दौरान प्लेसेंटा कुछ ऐसे हार्मोन रिलीज करता है जो शरीर में इंसुलिन की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं। इससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करना कठिन हो जाता है और शुगर लेवल बढ़ने लगता है।

जोखिम किसे होता है?

  • परिवार में डायबिटीज़ का इतिहास
  • पिछली प्रेगनेंसी में शिशु का वजन 4kg+ रहा हो
  • अत्यधिक वजन या मोटापा
  • उम्र 30 वर्ष से अधिक
  • पूर्व में गर्भपात या मृत शिशु की डिलीवरी

जांच और डायग्नोसिस

गर्भावस्था के 24 से 28 सप्ताह के बीच Oral Glucose Tolerance Test (OGTT) किया जाता है। इसके जरिए यह जांचा जाता है कि शरीर ग्लूकोज़ को कैसे प्रोसेस कर रहा है।

बचाव और इलाज

  • हेल्दी और संतुलित आहार
  • नियमित हल्का व्यायाम या वॉक
  • ब्लड शुगर की नियमित निगरानी
  • डॉक्टर की सलाह अनुसार दवा या इंसुलिन
  • तनाव से बचाव और पर्याप्त नींद

क्या Gestational Diabetes खतरनाक है?

अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो माँ और बच्चे दोनों के लिए जटिलताएं हो सकती हैं। इसमें समय से पहले डिलीवरी, अधिक वजन वाला शिशु, और माँ में Type 2 Diabetes का खतरा बढ़ सकता है।

निष्कर्ष:

Gestational Diabetes एक सामान्य लेकिन गंभीर स्थिति हो सकती है। समय रहते इसके लक्षणों को पहचानना और सही उपाय अपनाना जरूरी है। अगर आप या आपके परिवार में कोई गर्भवती महिला है, तो इस जानकारी को ज़रूर साझा करें।

स्वस्थ माँ, स्वस्थ शिशु – यही है हमारा लक्ष्य।

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