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Showing posts from May, 2025

What to Eat and What to Avoid in Diabetes: A Holistic, Real-World Guide

What to Eat and What to Avoid in Diabetes: A Holistic, Real-World Guide When someone hears the word “diabetes,” the first advice they get is usually: "Don’t eat sugar." But diabetes isn’t just about avoiding sweet things — it’s a complex condition that demands a deeper understanding of how food, habits, and body chemistry work together. This guide isn’t just a list of “eat this, avoid that.” Instead, it’s a comprehensive approach that balances nutrition, blood sugar control, and long-term health . Understanding Diabetes and Blood Sugar Diabetes occurs when your body either doesn’t produce enough insulin or can’t effectively use the insulin it produces. Insulin is a hormone that helps move glucose (sugar) from your bloodstream into cells for energy. If blood sugar remains too high, it causes damage to organs, nerves, and blood vessels over time. Hence, managing blood sugar levels is crucial. ...

जामुन के बीज और डायबिटीज़: फायदे, उपयोग और सावधानियाँ

परिचय  जामुन गर्मियों का एक फेमस फल है जिसे लोग बड़े चाव्ह से खातें हैं ।जोकि blackberry के नाम से भी प्रसिद्ध है पर क्या आप जानतें हैं कि जामुन का बीज डायबिटीज क मरीज़ों के लिए बहुट लाभदायक है ।साइंटिफिक शोधोँ  और आयर्वेदिक ग्रन्थों में जामुन के बीज को शुगर कण्ट्रोल में बहोत सहयोगी मन गया है । इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि जामुन का बीज डायबिटीज के मरीजों के लिए कितना लाभकारी है और इसका उपयोग कैसे करें और किन बातों का ध्यान रखें। जामुन में मौजूद पोषक तत्त्व  जामुन एक गर्मियों के मौसम में मिलने वाला पौषक तत्वों से भरपूर एक स्वादिस्ट फल है जो की बहोत फायदेमंद भी होता है ब्लड शुगर को कण्ट्रोल करने में ।अगर हम इसमें मिलने वाले पौषक तत्व की बात करें तो इसमें Vitamin C , Iron, Potasium, Fibre, Antioxide, Glucose, Fractose, Calcium और Magnesium जैसे कई पौषक तत्वों से भरपूर होता है। आमतौर पर लोग जामुन खाकर इसके बीजो को फेंक देते हैं जो बीज हर्बल गुणों से भरपूर होता है और जिसका सही ढंग से इस्तेमाल करके ब्लड शुगर को कण्ट्रोल किया जा सकता है। चलो जानें जामुन के बीज का सेवन करने के...

Diabetes में Intermittent Fasting : फायदे , नुक्सान और सावधानियाँ

परिचय  डायबिटीज को कण्ट्रोल करने क लिए लोग अलग अलग प्रकार के डाइट प्लान उपाय और लाइफस्टाइल अपनाते हैं।आज कल एक उपाय बहित ही चर्चा में है - इंटरमिटेंट फास्टिंग (INTERMITTENT FASTING ) क्या ये diabetes के मरीजों के लिए लाभदायक है ? इस ब्लॉग में हम जानेंगे intermittent fasting के फायदे, नुकसान और कुछ सावधानिया । क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग ? इंटरमिटेंट फास्टिंग नार्मल फास्टिंग नहीं बल्कि एक ऐसी फास्टिंग है या ईटिंग प्लान है,जिसमें  निश्चित समय के लिए उपवास किया जाता है और निश्चित समय के लिए ही भोजन खाया जाता है । इंटरमीटेंट फास्टिंग के कुछ लोकप्रिय तरिके  Intermittent फास्टिंग करने से पहले doctor की राये लेना जरूरी है ।  16:8 पद्धति: 16 घंटे उपवास और 8 घंटे भोजन (जैसे दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक खाना )  5:2 पद्धति: हफ्ते में 5 दिन सामान्य भोजन और 2 दिन बहुत कम कैलोरी लेना। OMAD (one meal one day) पूरे दिन में बस एक बार भोजन करना। Intermittent fasting Diabetes में कैसे असरदर होता है ? एक रिसर्च में पता चलता है की इंटरमिटेंट फास्टिंग का आदि होने में दो से चार स...

डायबिटीज फ्रेंडली स्नैक्स जो आप ऑफिस में खा सकते हैं

डायबिटीज फ्रेंडली स्नैक्स जो आप ऑफिस में खा सकते हैं डायबिटीज फ्रेंडली स्नैक्स जो आप ऑफिस में खा सकते हैं परिचय ऑफिस में लंबे समय तक काम करने के दौरान भूख लगना स्वाभाविक है। लेकिन डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए गलत स्नैक चुनना खतरनाक हो सकता है , क्योंकि इससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है। इस लेख में हम बताएंगे 10 ऐसे डायबिटीज फ्रेंडली स्नैक्स जो आप आसानी से ऑफिस में खा सकते हैं – टेस्टी भी और हेल्दी भी। 1. मिक्स नट्स (बिना नमक वाले) बादाम, अखरोट, काजू, और पिस्ता जैसे मेवे फाइबर और हेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं। ये ब्लड शुगर को स्थिर रखते हैं और लंबे समय तक भूख नहीं लगने देते। 2. भुने हुए चने कम कैलोरी, हाई प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत। इसे आप एयरटाइट कंटेनर में ऑफिस ले जा सकते हैं। 3. मूंग दाल चीला रोल सुबह बनाकर लंच बॉक्स में पैक करें। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स और हाई प्रोटीन कंटेंट इसे डायबिटीज फ्रेंडली बनाता है। 4. ग्रीक य...

डायबिटीज में क्या फल खाना चाहिए

डायबिटीज में क्या फल खाना चाहिए? जानें 100% सटीक और आसान भाषा में डायबिटीज यानी मधुमेह, आज के समय में एक आम लेकिन गंभीर बीमारी बन चुकी है। इसमें ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी होता है। अक्सर लोग पूछते हैं – "डायबिटीज में कौन से फल खा सकते हैं?" क्योंकि फल तो हेल्दी होते हैं, लेकिन इनमें नैचुरल शुगर (फ्रुक्टोज़) भी होता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि डायबिटीज में क्या फल खाना चाहिए, कौन से फल नहीं खाने चाहिए और फल खाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। 1. डायबिटीज में फल खाना सही है या नहीं? जी हां, मधुमेह रोगी फल खा सकते हैं, लेकिन सही फल, सही मात्रा में और सही समय पर। कुछ फल ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाते, क्योंकि उनका ग्लायसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है। 2. डायबिटीज में कौन से फल खाने चाहिए? (Best Fruits for Diabetics) सेब (Apple): फाइबर से भरपूर और लो GI फल। दिन में एक सेब खाना फायदेमंद है। जामुन (Jamun): ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। अमरूद (Guava): विटामिन C और फाइबर का अच्छा स्रोत, डायबिटिक लोगों के लिए बेहतरी...

डायबिटीज़ और हार्मोनल बदलाव

डायबिटीज़ और हार्मोनल बदलाव: जानिए इनके बीच गहरा संबंध डायबिटीज़ और हार्मोनल बदलाव: जानिए इनके बीच गहरा संबंध डायबिटीज़ सिर्फ शुगर लेवल की बीमारी नहीं है, यह हमारे शरीर के हार्मोनल सिस्टम से भी गहराई से जुड़ी होती है। हार्मोन हमारे शरीर के अंदर केमिकल मैसेंजर होते हैं जो मेटाबॉलिज्म, ऊर्जा, भूख और ब्लड शुगर को नियंत्रित करते हैं। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि डायबिटीज़ और हार्मोनल बदलाव का एक-दूसरे से क्या संबंध है। 1. इंसुलिन – डायबिटीज़ का मुख्य हार्मोन इंसुलिन एक हार्मोन है जो अग्न्याशय (Pancreas) से निकलता है। इसका काम होता है शरीर के ब्लड में मौजूद ग्लूकोज़ को कोशिकाओं में पहुँचाकर ऊर्जा में बदलना। जब शरीर इंसुलिन नहीं बना पाता या कोशिकाएं उस पर प्रतिक्रिया नहीं करतीं, तब टाइप 2 डायबिटीज़ होती है। इंसुलिन रेजिस्टेंस: जब कोशिकाएं इंसुलिन पर प्रतिक्रिया देना बंद कर देती हैं। इंसुलिन की कमी: जब अग्न्याशय पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बनाता। 2. थायरॉयड हार्मोन और डायबिटीज़ थायरॉयड ग्रंथि से निकलने वाले हार्मोन जैसे T3 और T4 मे...

गर्भावस्था में डायबिटीज़ के लक्षण कैसे पहचानें? जानें Gestational Diabetes के लक्षण, कारण, बचाव और इलाज – पूरी जानकारी हिंदी में।

प्रेगनेंसी में डायबिटीज़ के लक्षण: Gestational Diabetes को समय रहते कैसे पहचानें? प्रेगनेंसी में डायबिटीज़ के लक्षण: Gestational Diabetes को समय रहते कैसे पहचानें? गर्भावस्था एक महिला के जीवन का अनमोल समय होता है, लेकिन इस दौरान शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं जो कभी-कभी Gestational Diabetes जैसी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। यह एक प्रकार की डायबिटीज़ है जो पहली बार प्रेगनेंसी के दौरान होती है। Gestational Diabetes क्या है? Gestational Diabetes एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्भवती महिला के शरीर में ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक हो जाता है। यह आमतौर पर प्रेगनेंसी के दूसरे या तीसरे ट्राइमेस्टर में होता है। प्रमुख लक्षण: अत्यधिक प्यास लगना बार-बार पेशाब आना थकावट और ऊर्जा की कमी धुंधली नजर मुंह सूखना भूख अधिक लगना Gestational Diabetes के कारण गर्भावस्था के दौरान प्लेसेंटा कुछ ऐसे हार्मोन रिलीज करता है जो शरीर में इंसुलिन की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं। इससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करना कठिन हो जाता है और शुगर लेवल बढ़न...

शुगर (Diabetes)के लक्षण

शुगर के लक्षण: समय रहते पहचानें और कंट्रोल करें शुगर के लक्षण: समय रहते पहचानें और कंट्रोल करें डायबिटीज़ एक धीरे-धीरे बढ़ने वाली बीमारी है, जिसके लक्षण शुरू में बहुत हल्के हो सकते हैं। अगर आप इन लक्षणों को पहचान लें, तो समय रहते आप ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। डायबिटीज़ के मुख्य लक्षण (Early Symptoms of Diabetes) बार-बार पेशाब आना: जब शरीर में शुगर बढ़ जाती है, तो किडनी उसे बाहर निकालने लगती है। हर समय प्यास लगना: पानी की कमी को पूरा करने के लिए शरीर ज्यादा पानी मांगता है। अत्यधिक भूख लगना: शरीर की कोशिकाएं शुगर नहीं ले पातीं, जिससे बार-बार भूख लगती है। थकान और कमजोरी: ऊर्जा का सही उपयोग नहीं हो पाता, जिससे थकान महसूस होती है। वज़न कम होना: बिना डाइटिंग या एक्सरसाइज के वजन कम होना एक संकेत हो सकता है। घाव धीरे भरना: डायबिटीज़ में शरीर की healing capacity कम हो जाती है। धुंधला दिखना: आंखों की नसों पर असर पड़ता है जिससे नजर कमजोर हो सकती है। हाथ-पैर में झुनझुनी या सुन्नपन: नर्व डैमेज की वजह से ऐसा हो सकता है। टाइप 1 ...

मधुमेंह वालों के लिए मिठाई: स्वाद के साथ सेहत भी रखें बरकरार

  डायबिटीज में मिठाई खा सकते हैं? जानिए सेहतमंद और स्वादिष्ट विकल्प अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं और मिठाई का स्वाद मिस कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है। बहुत से लोग सोचते हैं कि डायबिटीज में मिठाई पूरी तरह से वर्जित है, लेकिन सही जानकारी और विकल्प के साथ आप स्वाद और सेहत दोनों का आनंद ले सकते हैं। क्या डायबिटीज में मिठाई खाना सुरक्षित है? डायबिटीज में मीठा खाना सीमित मात्रा में और सही विकल्प के साथ किया जा सकता है। बाजार में और घर पर बनने वाली कई शुगर-फ्री मिठाइयाँ (Mithai for diabetics) उपलब्ध हैं जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में भी मदद करती हैं। डायबिटीज वालों के लिए मिठाई के स्वस्थ विकल्प ओट्स और गुड़ के लड्डू बादाम और नारियल बर्फी (बिना रिफाइंड शुगर) स्टीविया से बनी खीर चिया सीड्स वाली मीठी स्मूथी लो-जीआई (Low Glycemic Index) मिठाइयाँ बाजार में उपलब्ध शुगर-फ्री मिठाइयाँ आजकल कई ब्रांड्स शुगर-फ्री मिठाई बना रहे हैं जो डायबिटिक्स के लिए सुरक्षित मानी जाती हैं: Haldiram Sugar-Free Soan Papdi Zindagi Diabetic Friendly Laddoo Nutritius Sugarless Barfi...

क्या मीठा खाने से डायबिटीज होती है?

  क्या मीठा खाने से डायबिटीज होती है? जानिए सच्चाईक्या मीठा खाने से डायबिटीज होती है? बहुत से लोग मानते हैं कि मीठा खाना डायबिटीज का मुख्य कारण है। हालांकि, यह धारणा पूरी तरह से सही नहीं है। मीठा खाना डायबिटीज का एकमात्र कारण नहीं है, बल्कि यह कई कारकों में से एक है जो इस रोग के विकास में योगदान कर सकते हैं। डायबिटीज के प्रकार और उनके कारण टाइप 1 डायबिटीज: यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है जिसमें शरीर इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देता है। इसका कारण मीठा खाना नहीं है। टाइप 2 डायबिटीज: यह जीवनशैली से जुड़ी होती है। अत्यधिक मीठा और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन, मोटापा, और शारीरिक निष्क्रियता इसके कारण हैं। मीठा खाना और डायबिटीज का संबंध मीठा अपने आप में डायबिटीज का कारण नहीं है, लेकिन: ज्यादा मीठा खाने से वजन बढ़ता है, जो टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकता है। प्रोसेस्ड शुगर वाले उत्पाद (जैसे कोल्ड ड्रिंक, मिठाइयाँ) ब्लड शुगर को अचानक बढ़ा सकते हैं। मीठा खाना इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ा सकता है। डायबिटीज से बचाव के उपाय संतुलित और कम-ग्लाइसेमिक आहार लें। मीठे और प्रोसेस्ड फूड का सीमित सेवन कर...

Diabetes and fatigue | लगातार थकान क्यों होती है? कारण, समाधान और घरेलू उपाय

डायबिटीज और थकान: क्या हर वक्त थक जाना सामान्य है? क्या आप डायबिटीज से पीड़ित हैं और दिनभर थकान या सुस्ती महसूस करते हैं? आप अकेले नहीं हैं। “Diabetes and Fatigue” यानी डायबिटीज और थकान का गहरा रिश्ता है। यह केवल एक आम लक्षण नहीं है, बल्कि यह किसी गंभीर असंतुलन का संकेत भी हो सकता है। इस ब्लॉग में जानिए: डायबिटीज में थकान क्यों होती है? इसके पीछे के मेडिकल और लाइफस्टाइल कारण थकान से राहत पाने के घरेलू उपाय और कब डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है डायबिटीज और थकान: क्या संबंध है? डायबिटीज शरीर की ग्लूकोज प्रोसेसिंग प्रणाली को प्रभावित करती है। ग्लूकोज ही शरीर की ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है। जब यह प्रणाली ठीक से काम नहीं करती, तो शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती, जिससे थकावट महसूस होती है। डायबिटीज में थकान के मुख्य कारण 1. ब्लड शुगर का असंतुलन (High/Low Sugar Levels) अगर आपका शुगर लेवल लगातार ऊपर या नीचे बना रहता है, तो इससे शरीर की कोशिकाएँ ठीक से ऊर्जा प्राप्त नहीं कर पातीं। इसका नतीजा होता है – हर वक्त थकान। 2. इंसुलिन रेसिस्टेंस (Insulin Resistance) जब श...

डायबिटीज के दौरान नींद आने के पीछे क्या कारण होते हैं? आइए जानते हैं इसके कारण, इलाज और कुछ घरेलू उपाय।

परिचय (Introduction) डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो सिर्फ ब्लड शुगर लेवल को ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर के सिस्टम को प्रभावित करती है। कई डायबिटिक मरीज अक्सर एक ही शिकायत करते हैं: “मुझे हर समय नींद आती है” या “दिन में थकान और सुस्ती रहती है।” तो आखिर डायबिटीज के कारण इतनी नींद क्यों आती है? क्या यह कोई गंभीर संकेत है? चलिए, इसे विस्तार से समझते हैं। 🔍 डायबिटीज में नींद आने के प्रमुख कारण (Main Causes) 1. 🔺 ब्लड शुगर लेवल का उतार-चढ़ाव (Fluctuating Sugar Levels) जब शरीर में शुगर का स्तर बहुत अधिक या बहुत कम हो जाता है, तो ऊर्जा प्रणाली गड़बड़ा जाती है। इससे थकान और नींद का अनुभव होता है। 2. 🧬 इंसुलिन की कार्यप्रणाली (Insulin Resistance) इंसुलिन का काम शरीर की कोशिकाओं तक ग्लूकोज पहुँचाना है। लेकिन जब इंसुलिन रेसिस्टेंस हो जाता है, तो ऊर्जा की कमी के कारण व्यक्ति सुस्त और नींद से भरा महसूस करता है। 3. 🧁 भारी खाना या ज्यादा कार्ब्स का सेवन डायबिटीज के मरीजों को अगर हाई कार्बोहाइड्रेट डाइट लेने की आदत हो जाए, तो इसका सीधा असर उनके ब्लड शुगर और दिमाग पर पड़ता है, जिससे उनींदापन महसूस होता ह...

सुबह खाली पेट ब्लड शुगर क्यों बढ़ता है? | Dawn Phenomenon Explained in Hindi

परिचय क्या आ͏पने कभी देखा है कि आपकी रात की खून ͏ची͏नी रीडिंग साधार͏ण होती है, लेकिन सुबह उठते ही चीनी स्तर अचानक बढ़ा हुआ दिखता है। हाँ͏ तो आप अकेले नहीं हैं। ͏डायबिटीज़ से लड रहे हजारों लोग͏ इस राज को स͏मझ͏ने की कोशिश͏ करते है। ͏इसका͏ मुख्य कारण- सुबह का प्रभाव। इस लेख में हम स͏म͏झेंगे कि Dawn घटना क्या है? यह क्यों होता है, इसके पीछे का ज्ञानि कारण क्या है इ͏से कंट्रोल ͏करने के सरल तरीके कौन से हैं। ⸻ Dawn Pheno͏menon क्या होता है͏? Dawn Phenomenon एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें सुबह के समय, खास कर 3 बजे से 8 बजे त͏क, शरीर में͏ कुछ हार्मोन जैसे कॉर्टिसोल, ग्लूकान, एड्रेनालिन और͏ ग्रोथ हार्मोन का स्तर बढ़ जाता हैं। ये हार्मोन लिवर को बताते हैं कि उसे ज्यादा ग्लूकोज (शुगर) छोड़ना चाहिए, ताकि शरीर को दिन की शुरुआत के लिए ऊर्जा मिल सके। लेकिन जब इंसुलिन ठीक से काम नहीं करता — जैसे कि टाइप 2 डायबिटीज में — तो यह शुगर रक्त में जमा हो जाती है, जिससे सुबह खाली पेट ब्लड शुगर बढ़ा हुआ नजर आता है। सुबह शुगर बढ़ने के अन्य कारण 1. Somogyi Effect (रिवाउंड हाइपरग्लाइसीमिया): अगर रात में ब्ल...

टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज़ में क्या फर्क है? समझिए आसान भाषा में

  भूमिका: क्या आपने कभी सुना है कि किसी को बचपन से ही डायबिटीज़ है, जबकि किसी और को 40 की उम्र के बाद ये समस्या शुरू हुई? शायद हाँ। दरअसल डायबिटीज़ एक ही बीमारी नहीं है, बल्कि इसके भी दो प्रमुख प्रकार होते हैं – टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज़। दोनों का इलाज, लक्षण और कारण अलग-अलग होते हैं। इस लेख में हम बिना किसी मेडिकल जटिलताओं के, बिल्कुल आसान भाषा में समझेंगे कि ये दोनों प्रकार कैसे अलग हैं और आपकी ज़िंदगी पर क्या असर डालते हैं। टाइप 1 डायबिटीज़ क्या है? टाइप 1 डायबिटीज़ एक ऑटोइम्यून स्थिति है, मतलब आपकी खुद की इम्यून सिस्टम गलती से शरीर के भीतर मौजूद इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं (Beta cells) पर हमला कर देता है। ये बीमारी अधिकतर बचपन या किशोरावस्था में शुरू होती है, इसलिए इसे पहले juvenile diabetes भी कहा जाता था। मुख्य बातें: शरीर बिल्कुल भी इंसुलिन नहीं बनाता। यह अनुवांशिक हो सकती है, लेकिन जरूरी नहीं। रोगी को रोज़ इंसुलिन इंजेक्शन या पंप से इंसुलिन देना होता है।  यह बीमारी अचानक शुरू हो सकती है और इलाज न हो तो जानलेवा भी हो सकती है। टाइप 2 डायबिटीज़ क्या है? टाइप 2 डायबिट...

मधुमेंह में अंडे खाने के फायदे | डॉक्टर की सलाह के साथ जानिए सच्चाई

  🥚  डायबिटीज में अंडा खाना कितना सही है? मेरी कहानी और डॉक्टर की सलाह कुछ समय पहले जब मेरी माँ को डायबिटीज डायग्नोज़ हुई, तो हमारे घर की रसोई में कई चीजों पर ब्रेक लग गया — खासकर नॉन-वेज खाने की चीज़ों पर। मुझे याद है, सबसे बड़ा सवाल यही था – “अब अंडा खाना ठीक रहेगा या नहीं?” माँ रोज़ सुबह उबला अंडा खाया करती थीं, और अब सब डर गए थे कि कहीं इससे शुगर न बढ़ जाए। मैंने डॉक्टर से पूछा — और उनका जवाब सीधा और सरल था: अंडा एक बेहतरीन प्रोटीन का स्रोत है ohअगर तेल-मसाले से बचकर  ✅  तो क्या अंडा ब्लड शुगर बढ़ाता है? बिल्कुल नहीं। असल में, अंडे में कार्बोहाइड्रेट नाममात्र (0.6 ग्राम) होता है। और यही वो चीज़ है जो सीधे ब्लड शुगर को प्रभावित करती है। मतलब — अंडा खाने के बाद आपके शुगर लेवल में कोई “स्पाइक” नहीं आता। 🩺  डॉक्टर क्या कहते हैं? हमारे फैमिली डॉक्टर डॉ. पांडे ने समझाया: “दिन में एक उनकी ये बात मेरी माँ को बहुत राहत देने वाली लगी। अगली सुबह से हमने दोबारा उबला अंडा देना शुरू कर दिया — और उनका शुगर लेवल बिल्कुल कंट्रोल में रहा। 🥗  कैसे खाएं अंडा डायब...